विशेषण (Adjective in Hindi Grammar)
परिभाषा, भेद, उदाहरण और प्रयोग
प्रस्तावना
हिंदी व्याकरण में विशेषण का महत्वपूर्ण स्थान है। विशेषण वे शब्द होते हैं जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। सरल शब्दों में कहें तो जब हम किसी व्यक्ति, वस्तु, या स्थान के बारे में कुछ खास बात कहते हैं, तो वह विशेषण कहलाता है।
प्रमुख व्याकरणविदों की परिभाषाएं
- प्रसिद्ध
हिंदी साहित्यकार आचार्य
रामचंद्र शुक्ल
के अनुसार -
"जो
शब्द संज्ञा
या सर्वनाम
के गुण,
धर्म,
अवस्था
या संख्या आदि का बोध कराते
हैं,
वे
विशेषण कहलाते हैं।"
- डॉ.
हरदेव
बाहरी
ने अपनी पुस्तक में लिखा है
- "विशेषण
वह शब्द है जो संज्ञा
या सर्वनाम
की विशेषता प्रकट करता है।"
- पंडित कामताप्रसाद गुरु के अनुसार - "संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं।"
विशेषण का महत्व
विशेषण हिंदी भाषा को सुंदर और प्रभावशाली बनाते हैं। बिना विशेषण के हमारी भाषा नीरस और अधूरी लगती है। जैसे:
- "वह
इन्सान है"
के
बजाय "वह
अच्छा इंसान है"
- "फूल खिले हैं" के बजाय "सुंदर फूल खिले हैं"
यहाँ 'अच्छा' और 'सुंदर' विशेषण हैं जो वाक्य को अधिक स्पष्ट और आकर्षक बनाते हैं।
विशेषण के भेद (Types of Adjectives in Hindi)
हिंदी व्याकरण में विशेषण के मुख्यतः चार भेद होते हैं:
1. गुणवाचक विशेषण (Qualitative Adjectives)
ये विशेषण संज्ञा या सर्वनाम के गुण, रंग, आकार, स्वभाव आदि का बोध कराते हैं।
उदाहरण:
- गुण: अच्छा लड़का, बुरा आदमी, सुंदर लड़की
- रंग: लाल गुलाब, काला कुत्ता, हरी घास
- आकार: बड़ा घर, छोटी गेंद, लंबा रास्ता
- स्वभाव: दयालु व्यक्ति, क्रोधी स्वभाव, शांत बच्चा
वाक्य में प्रयोग:
- राम एक ईमानदार व्यक्ति है।
- यह मीठा आम है।
- काली गाय दूध देती है।
2. संख्यावाचक विशेषण (Numerical Adjectives)
ये विशेषण संख्या का बोध कराते हैं। इसके दो प्रकार होते हैं:
क) निश्चित संख्यावाचक (Definite Numerical)
उदाहरण: एक, दो, तीन, पहला, दूसरा, तीसरा
वाक्य में प्रयोग:
- मेरे पास दस रुपये हैं।
- यह पहली कक्षा का छात्र है।
- चार लड़के खेल रहे हैं।
ख) अनिश्चित संख्यावाचक (Indefinite Numerical)
उदाहरण: कुछ, कई, सभी, अनेक, थोड़े, बहुत
वाक्य में प्रयोग:
- कुछ लड़के पार्क में हैं।
- अनेक लोग मेले में आए।
- सभी बच्चे खुश हैं।
3. परिमाणवाचक विशेषण (Quantitative Adjectives)
ये विशेषण मात्रा या नाप-तौल का बोध कराते हैं।
क) निश्चित परिमाणवाचक (Definite Quantitative)
उदाहरण: एक किलो, दो लीटर, तीन मीटर
वाक्य में प्रयोग:
- दो किलो चावल खरीदो।
- पांच मीटर कपड़ा चाहिए।
- एक लीटर दूध लाओ।
ख) अनिश्चित परिमाणवाचक (Indefinite Quantitative)
उदाहरण: थोड़ा, बहुत, कम, ज्यादा, पर्याप्त
वाक्य में प्रयोग:
- थोड़ा पानी दो।
- बहुत चीनी डाली है।
- कम नमक है।
4. सार्वनामिक विशेषण (Pronominal Adjectives)
सार्वनामिक विशेषण वे शब्द हैं जो सर्वनाम से बने होते हैं लेकिन संज्ञा की विशेषता बताने का काम करते हैं। ये विशेषण संज्ञा से पहले आकर उसकी पहचान, स्थिति, या संबंध को स्पष्ट करते हैं।
मुख्य अंतर समझें:
सार्वनामिक विशेषण: संज्ञा के साथ आकर उसकी विशेषता बताता है (यह लड़का अच्छा है)
सार्वनामिक विशेषण के प्रकार:
क) निर्देशवाचक सार्वनामिक विशेषण (Demonstrative Pronominal Adjectives)
ये किसी व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करते हैं।
शब्द: यह, वह, ये, वे, इस, उस, इन, उन
उदाहरण:
- यह पुस्तक मेरी है। (निकट की वस्तु)
- वह घर बहुत बड़ा है। (दूर की वस्तु)
- ये बच्चे खेल रहे हैं। (निकट के लोग, बहुवचन)
- वे लोग जा रहे हैं। (दूर के लोग, बहुवचन)
- इस कमरे में बैठो। (निकट, एकवचन)
- उन लड़कों को बुलाओ। (दूर, बहुवचन)
ख) अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण (Indefinite Pronominal Adjectives)
ये किसी अनिश्चित व्यक्ति या वस्तु के बारे में बताते हैं।
शब्द: कोई, कुछ, किसी
उदाहरण:
- कोई व्यक्ति आया था। (अज्ञात व्यक्ति)
- कुछ लड़के पार्क में हैं। (अनिश्चित संख्या)
- किसी काम से बाहर गया है। (अज्ञात कारण)
- कोई समस्या नहीं है। (अनिश्चित स्थिति)
ग) संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण (Relative Pronominal Adjectives)
ये दो वाक्यों को जोड़ने का काम करते हैं।
शब्द: जो, जितना, जैसा, जहाँ का
उदाहरण:
- जो लड़का पढ़ता है, वह सफल होता है।
- जितना पैसा है, उतना ही खर्च करो।
- जैसा देश होता है, वैसे ही लोग होते हैं।
- जहाँ का आदमी है, वहीं का रहना चाहिए।
घ) प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण (Interrogative Pronominal Adjectives)
ये प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग होते हैं।
शब्द: कौन, क्या, कितना, कैसा, किस
उदाहरण:
- कौन सा लड़का तुम्हारा भाई है?
- क्या बात कह रहे हो?
- कितने रुपये चाहिए?
- कैसा मौसम है आज?
- किस किताब की बात कर रहे हो?
विस्तृत उदाहरण और वाक्य प्रयोग:
निर्देशवाचक के उदाहरण:
- इस मकान में कौन रहता है?
- उस पेड़ पर पक्षी बैठे हैं।
- इन फूलों की खुशबू बहुत अच्छी है।
- उन बादलों से बारिश होगी।
अनिश्चयवाचक के उदाहरण:
- कोई दरवाजा खटखटा रहा है।
- कुछ बच्चे बगीचे में खेल रहे हैं।
- किसी ने फोन किया था।
संबंधवाचक के उदाहरण:
- जो काम आज करना है, वह कल मत टालो।
- जितनी मेहनत करोगे, उतना फल मिलेगा।
- जैसी करनी, वैसी भरनी।
प्रश्नवाचक के उदाहरण:
- कौन सी गाड़ी लेकर जाना है?
- कितने बजे आना है?
- कैसी तबीयत है तुम्हारी?
विशेषण के प्रयोग (Usage of Adjectives in Sentences)
संज्ञा के साथ प्रयोग
विशेषण आमतौर पर संज्ञा से पहले आते हैं:
सही प्रयोग:
- अच्छा बच्चा पढ़ता है।
- लाल फूल खिला है।
- तेज़ हवा चल रही है।
सर्वनाम के साथ प्रयोग
उदाहरण:
- यह बहुत अच्छा है।
- वह बहुत सुंदर है।
- मैं बहुत खुश हूँ।
क्रिया के साथ प्रयोग
कभी-कभी विशेषण क्रिया के बाद भी आते हैं:
उदाहरण:
- फूल सुंदर लगता है।
- यह काम आसान है।
- मौसम ठंडा है।
विशेषण और भाषा की सुंदरता
विशेषण हिंदी भाषा को जीवंत और प्रभावशाली बनाते हैं। महान कवि तुलसीदास ने रामायण में विशेषणों का भरपूर प्रयोग किया है:
"सुंदर सुभग सुशील सुजाना। करम धरम गुन ग्यान **निधाना।।"
यहाँ 'सुंदर', 'सुभग', 'सुशील', 'सुजाना' आदि विशेषण राम की विशेषताओं को दर्शाते हैं।
साहित्यिक उदाहरण
प्रसिद्ध कवि बिहारी ने लिखा है: "कहत, नटत, रीझत, खिझत, मिलत, खिलत, **लजियात्। भरे भौन में करत है नैननु ही सौ बात।"
यहाँ विभिन्न विशेषण भावों को व्यक्त करने में सहायक हैं।
प्रश्नोत्तरी / अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1: निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण छांटिए:
क) राम एक अच्छा लड़का है। उत्तर: अच्छा (गुणवाचक विशेषण)
ख) दस लड़के खेल रहे हैं। उत्तर: दस (निश्चित संख्यावाचक विशेषण)
ग) थोड़ा पानी पिएं। उत्तर: थोड़ा (अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण)
प्रश्न 2: रिक्त स्थानों की पूर्ति करें:
क) ______ आदमी सफल होता है। (मेहनती/आलसी) उत्तर: मेहनती
ख) बगीचे में ______ फूल खिले हैं। (सुंदर/बदसूरत) उत्तर: सुंदर
प्रश्न 3: विशेषण के प्रकार बताइए:
क) काला - गुणवाचक विशेषण
ख) पांच - निश्चित संख्यावाचक विशेषण
ग) यह - सार्वनामिक विशेषण (निर्देशवाचक)
घ) कुछ - अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
प्रश्न 4: सार्वनामिक विशेषण की पहचान करें:
क) जो लड़का मेहनत करता है, वह सफल होता है। उत्तर: जो (संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण)
ख) कौन सा रास्ता सही है? उत्तर: कौन सा (प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण)
ग) इस किताब को पढ़ो। उत्तर: इस (निर्देशवाचक सार्वनामिक विशेषण)
प्रश्न 5: सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर बताएं:
वाक्य 1: यह अच्छा है। (यह = सर्वनाम) वाक्य 2: यह लड़का अच्छा है। (यह = सार्वनामिक विशेषण)
स्पष्टीकरण: पहले वाक्य में 'यह' संज्ञा के स्थान पर आया है, इसलिए सर्वनाम है। दूसरे वाक्य में 'यह' संज्ञा 'लड़का' की विशेषता बता रहा है, इसलिए सार्वनामिक विशेषण है।
प्रश्न 6: रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित सार्वनामिक विशेषण से करें:
क) ______ पुस्तक तुम्हारी है? (कौन सी/कैसी) उत्तर: कौन सी
ख) ______ आदमी दरवाजे पर खड़ा है। (कोई/जो) उत्तर: कोई
ग) ______ काम करोगे, ______ फल मिलेगा। (जितना-उतना/कितना-उतना) उत्तर: जितना-उतना
प्रश्न : सही विकल्प चुनें:
"बहुत सारे बच्चे पार्क में खेल रहे हैं।" इस वाक्य में 'बहुत सारे' है:
क) गुणवाचक विशेषण
ख) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण ✓
ग) परिमाणवाचक विशेषण
घ) सार्वनामिक विशेषण
प्रश्न : निम्न वाक्यों में विशेषण और विशेष्य पहचानें:
क) लाल गुलाब सुंदर है। उत्तर: विशेषण - लाल, सुंदर; विशेष्य - गुलाब
ख) तीन बच्चे पढ़ रहे हैं। उत्तर: विशेषण - तीन; विशेष्य - बच्चे
ग) यह काम कितने दिन में होगा? उत्तर: विशेषण - यह (सार्वनामिक), कितने (सार्वनामिक); विशेष्य - काम, दिन
अतिरिक्त महत्वपूर्ण बिंदु: सार्वनामिक विशेषण की पहचान की ट्रिक
याद रखने का आसान तरीका:
उदाहरण:
- यह अच्छा है → 'यह' = सर्वनाम
- यह लड़का अच्छा है → 'यह' = सार्वनामिक विशेषण
परीक्षा में आने वाले सामान्य प्रश्न:
- सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा
- सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर
- वाक्यों में सार्वनामिक विशेषण की पहचान
- सार्वनामिक विशेषण के प्रकार
निष्कर्ष
विशेषण हिंदी व्याकरण का अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। ये न केवल हमारी भाषा को सुंदर बनाते हैं बल्कि अर्थ को स्पष्ट करने में भी सहायक होते हैं। स्कूली परीक्षाओं से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक विशेषण से संबंधित प्रश्न आते रहते हैं।
विशेषण के चारों प्रकार - गुणवाचक, संख्यावाचक, परिमाणवाचक और सार्वनामिक - को समझकर हम अपनी हिंदी भाषा को और भी प्रभावशाली बना सकते हैं। नियमित अभ्यास और उदाहरणों के माध्यम से विशेषण की पहचान और प्रयोग में दक्षता प्राप्त की जा सकती है।
याद रखें कि विशेषण केवल व्याकरण का नियम नहीं है, बल्कि भाषा की आत्मा है जो हमारे विचारों और भावनाओं को सटीक अभिव्यक्ति प्रदान करती है। इसलिए विशेषण का सही प्रयोग सीखना हर हिंदी भाषी के लिए आवश्यक है।