सर्वनाम: परिभाषा , प्रकार एवं उपयोग
प्रस्तावना
हिंदी व्याकरण में सर्वनाम एक अत्यंत महत्वपूर्ण भाग है जो हमारी भाषा को सुंदर और प्रवाहमान बनाता है। जब हम बार-बार किसी व्यक्ति या वस्तु का नाम नहीं लेना चाहते, तो सर्वनाम हमारी सहायता करता है। उदाहरण के लिए, "राम स्कूल गया। राम ने अपना बैग लिया। राम को देर हो गई थी।" इस वाक्य में 'राम' शब्द की पुनरावृत्ति हो रही है। यदि हम सर्वनाम का प्रयोग करें तो यह वाक्य इस प्रकार होगा: "राम स्कूल गया। उसने अपना बैग लिया। उसे देर हो गई थी।"
सर्वनाम के प्रयोग से भाषा में एकरसता नहीं आती और वाक्य अधिक प्रभावशाली लगते हैं। यह न केवल हिंदी लेखन में बल्कि बोलचाल की भाषा में भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
सर्वनाम की परिभाषा
प्रसिद्ध व्याकरणाचार्य कामता प्रसाद गुरु के अनुसार, "सर्वनाम वे शब्द हैं जो संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं।"
आचार्य किशोरीदास वाजपेयी के अनुसार, "जो शब्द किसी भी संज्ञा के स्थान पर आ सकें, उन्हें सर्वनाम कहते हैं।"
सरल शब्दों में कहें तो, सर्वनाम वे शब्द हैं जो संज्ञा (नाम) के बदले में प्रयोग होते हैं। 'सर्व' का अर्थ है 'सभी' और 'नाम' का अर्थ है 'संज्ञा'। इस प्रकार सर्वनाम का शाब्दिक अर्थ है - सभी नामों के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द।
सर्वनाम के प्रकार
सर्वनाम का वर्गीकरण
पुरुषवाचक सर्वनाम
- वह
- ये
- वे
निश्चयवाचक सर्वनाम
- यही
- वही
- वही व्यक्ति
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- कोई
- कुछ
- कोई-न-कोई
प्रश्नवाचक सर्वनाम
- कौन
- क्या
- कितना
- किसका
संबंधवाचक सर्वनाम
- जो
- जिस
- जिनका
निजवाचक सर्वनाम
- मैं
- हम
- तू
- तुम
- आप
हिंदी व्याकरण में सर्वनाम के छह मुख्य प्रकार हैं:
1. व्यक्तिवाचक सर्वनाम (Personal Pronouns)
व्यक्तिवाचक सर्वनाम वे होते हैं जो किसी व्यक्ति का बोध कराते हैं। ये तीन पुरुषों में बांटे गए हैं:
उत्तम पुरुष (First Person)
- एकवचन: मैं, मुझे, मेरा, मुझसे
- बहुवचन: हम, हमें, हमारा, हमसे
उदाहरण:
- मैं पढ़ता हूं।
- हमें खुशी हुई।
मध्यम पुरुष (Second Person)
- एकवचन: तू, तुझे, तेरा, तुझसे
- बहुवचन: तुम, तुम्हें, तुम्हारा, तुमसे
- सम्मानसूचक: आप, आपको, आपका, आपसे
उदाहरण:
- तुम कहां जा रहे हो?
- आपका स्वागत है।
अन्य पुरुष (Third Person)
- एकवचन: वह, उसे, उसका, उससे
- बहुवचन: वे, उन्हें, उनका, उनसे
उदाहरण:
- वह मेरा मित्र है।
- वे कल आएंगे।
2. निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronouns)
निजवाचक सर्वनाम का प्रयोग तब होता है जब कर्ता स्वयं पर कोई क्रिया करता है। मुख्य निजवाचक सर्वनाम हैं: आप, स्वयं, खुद, अपने आप।
उदाहरण:
- बच्चा अपने आप खाना खाता है।
- मैं आप ही काम कर लूंगा।
- तुम स्वयं इस समस्या का हल निकालो।
3. प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronouns)
प्रश्नवाचक सर्वनाम का प्रयोग प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है। मुख्य प्रश्नवाचक सर्वनाम हैं: कौन, क्या, कहां, कब, कैसे, क्यों, कितना।
उदाहरण:
- कौन आया है?
- क्या हो रहा है?
- तुम कहां जा रहे हो?
- यह काम कैसे होगा?
4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronouns)
अनिश्चयवाचक सर्वनाम का प्रयोग तब होता है जब किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध न हो। मुख्य अनिश्चयवाचक सर्वनाम हैं: कोई, कुछ, कहीं।
उदाहरण:
- कोई आया था।
- दराज में कुछ पड़ा है।
- वह कहीं चला गया।
5. संबंधवाचक सर्वनाम (Relative Pronouns)
संबंधवाचक सर्वनाम का प्रयोग वाक्य के दो भागों को जोड़ने के लिए किया जाता है। मुख्य संबंधवाचक सर्वनाम हैं: जो, जिसने, जिसे, जिसका, जहां, जब।
उदाहरण:
- जो लड़का पढ़ता है, वह सफल होता है।
- जिसने मेहनत की, उसे सफलता मिली।
- जहां चाह है, वहां राह है।
6. संकेतवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronouns)
संकेतवाचक सर्वनाम का प्रयोग किसी व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करने के लिए किया जाता है। ये दो प्रकार के होते हैं:
निकटवर्ती संकेतवाचक
- यह, ये, इसे, इन्हें, इसका, इनका
उदाहरण:
- यह मेरी पुस्तक है।
- ये बच्चे खेल रहे हैं।
दूरवर्ती संकेतवाचक
- वह, वे, उसे, उन्हें, उसका, उनका
उदाहरण:
- वह मेरा घर है।
- वे मेरे मित्र हैं।
सर्वनाम के नियम और प्रयोग
लिंग के साथ समझौता
सर्वनाम का प्रयोग करते समय लिंग का ध्यान रखना आवश्यक है:
- पुल्लिंग: वह लड़का, उसने, उसका
- स्त्रीलिंग: वह लड़की, उसने, उसकी
वचन के साथ समझौता
सर्वनाम का रूप वचन के अनुसार बदलता है:
- एकवचन: वह आया, उसने कहा
- बहुवचन: वे आए, उन्होंने कहा
कारक के साथ प्रयोग
विभिन्न कारकों में सर्वनाम के रूप बदल जाते हैं:
- कर्ता कारक: वह पढ़ता है
- कर्म कारक: उसे बुलाओ
- करण कारक: उससे काम लो
- अपादान कारक: उससे दूर रहो
सामान्य गलतियां और उनसे बचाव
गलती 1: लिंग की गलतियां
गलत: वह लड़की उसका काम कर रहा है। सही: वह लड़की उसका काम कर रही है।
गलती 2: वचन की गलतियां
गलत: वे लड़का आया है। सही: वह लड़का आया है। (या) वे लड़के आए हैं।
गलती 3: अनावश्यक पुनरावृत्ति
गलत: राम ने राम की किताब राम के बैग में रखी। सही: राम ने अपनी किताब अपने बैग में रखी।
गलती 4: गलत सर्वनाम का प्रयोग
गलत: जो आदमी वहां खड़ा है, यह मेरा मित्र है। सही: जो आदमी वहां खड़ा है, वह मेरा मित्र है।
सर्वनाम के उदाहरण और अभ्यास
विभिन्न प्रकार के सर्वनाम के उदाहरण:
- व्यक्तिवाचक: मैं कल दिल्ली जाऊंगा। (उत्तम पुरुष)
- व्यक्तिवाचक: तुम यहां क्यों आए हो? (मध्यम पुरुष)
- व्यक्तिवाचक: वह बहुत अच्छा गाता है। (अन्य पुरुष)
- निजवाचक: बच्चे अपने आप खेल रहे हैं।
- प्रश्नवाचक: कौन व्यक्ति यहां आया था?
- अनिश्चयवाचक: दरवाजे पर कोई खड़ा है।
- संबंधवाचक: जो व्यक्ति पढ़ता है, वह सफल होता है।
- संकेतवाचक (निकट): यह मेरी नई गाड़ी है।
- संकेतवाचक (दूर): वह पहाड़ बहुत ऊंचा है।
- प्रश्नवाचक: आपका क्या नाम है?
- अनिश्चयवाचक: मेज पर कुछ रखा हुआ है।
- संबंधवाचक: जिसने मेहनत की, उसे फल मिला।
- निजवाचक: तुम स्वयं यह काम करो।
- व्यक्तिवाचक: हमें आपसे मिलकर खुशी हुई।
- संकेतवाचक: ये पुस्तकें मेरी हैं।
अभ्यास प्रश्न:
निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त सर्वनाम की पहचान करें और उनके प्रकार बताएं:
- मैं अपना काम स्वयं करूंगा।
- कौन व्यक्ति वहां बैठा है?
- जो छात्र पढ़ते हैं, वे सफल होते हैं।
- यह मेरी पुस्तक है।
- कोई व्यक्ति आपसे मिलना चाहता है।
निष्कर्ष
सर्वनाम हिंदी व्याकरण का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो हमारी भाषा को प्रवाहमान और सुंदर बनाता है। सर्वनाम के छह प्रकार - व्यक्तिवाचक, निजवाचक, प्रश्नवाचक, अनिश्चयवाचक, संबंधवाचक और संकेतवाचक - का सही प्रयोग भाषा की शुद्धता के लिए आवश्यक है।
सर्वनाम के नियमों को समझना और उनका सही प्रयोग करना हिंदी भाषा में प्रवीणता प्राप्त करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। नियमित अभ्यास और सचेत प्रयोग से हम सर्वनाम का सही उपयोग सीख सकते हैं।
चाहे आप छात्र हों, शिक्षक हों या हिंदी सीखने वाले व्यक्ति हों, सर्वनाम की समझ आपकी भाषा कौशल को निश्चित रूप से बेहतर बनाएगी। इसलिए हिंदी व्याकरण में सर्वनाम का अध्ययन और अभ्यास नियमित रूप से करते रहें।